• Home
  • /
  • Uncategorized
  • /
  • श्री आदिनाथ स्वामी आरती

श्री आदिनाथ स्वामी आरती

अतिशय अपरम्पार है, महिमा का ना पार है |

आदिनाथ भगवान की आरती बारम्बार है ||

अतिशय अपरम्पार है..

पहली आरती गर्भोत्सव की, धनी-धन्य अवतारी की |

सोलह सपने दिखाकर माँ को स्वर्ग छोड़ यहाँ आने की ||

अतिशय अपरम्पार है..

दूसरी आरती जन्मोत्सव की, अंतिम इस जन्मोत्सव की |

पांडुशिला पर हुआ अभिषेक, छीरोदधि जल लेकर ही ||

अतिशय अपरम्पार है..

तीसरी आरती दीक्षा लेने की, प्रयोग वन को जाने की |

एक वर्ष उपवास सहे हैं, घोर तपस्याधारी की ||

अतिशय अपरम्पार है..

चौथी आरती घाति कर्मनाश की, केवलज्ञान को पाने की |

भव्यों को सन्मार्ग दिखाने, समवशरण अधिकारी की ||

अतिशय अपरम्पार है..

पांचवीं आरती आत्म ध्यान कर, सकल कर्म क्षयकारी की |

सिद्धालय में जाकर बैठे, उत्तम सुख के धारी की ||

अतिशय अपरम्पार है, महिमा का ना पार है |

आदिनाथ भगवान की आरती बारम्बार है ||