Welcome to finance Financial Services.

Category: Argh

Shree Adinath Bhagwan Argh

शुचि निर्मल नीरं गंध सुअक्षत, पुष्प चरु ले मन हरषाय | दीप धुप फल अर्घ सु लेकर, नाचत ताल मृदंग बजाय || श्री आदिनाथ के चरण कमल पर, बलि-बलि जाऊं मन-वच-काय | हो करुणानिधि भव दुःख मेटो, या तैं मैं पूजूं प्रभु पाय || ॐ ह्रीं श्री आदिनाथ जिनेन्द्राय अनर्घ्य पद प्राप्तये अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा […]

Shri Vimalnath Ji Argh

आठों दरब संवार, मनसुखदायक पावने । जजौं अरघ भर थार, विमल विमल शिवतिय रमण ।। ॐ ह्रीं श्रीविमलनाथजिनेन्द्राय अनर्घ्यपदप्राप्तये-अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा पंच कल्याणक अर्घ्यावली गर्भागम मंगल गाये, नभ से सु रतन वर्षाये। कलि जेठ सु दशमी जानो, प्रभु पूजत चित हुलसानो ।। ॐ ह्रीं ज्येष्ठ कृष्णदशम्यां गर्भमंगलमण्डिताय श्रीविमलनाथजिनेन्द्राय-अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा। सुदि माघ चतुर्थी आई, जन्मे जिन आनन्ददायी […]

Shri Pushpdant Ji Argh

जल फल सकल मिलाय मनोहर, मनवचतन हुलसाय । तुम पद पूजौं प्रीति लाय के, जय जय त्रिभुवनराय ।। मेरी अरज सुनीजे, पुष्पदन्त जिनराय, मेरी अरज सनीजे ।। ॐ ह्रीं श्रीपुष्पदन्त जिनेन्द्राय अनर्घ्यपदप्राप्तये-अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा ।13। पंचकल्याणक अर्घ्य नवमी फागुन वदी सुहाई, गर्भ कल्याण भयो सुखदाई । सेवे मात देवि सुखकारी, पूजूं जिनवर मंगलकारी ॥ ॐ […]