Panch Parmesthi: The Most Revered in Jainism
पंच परमेष्ठी : जैन धर्म के सर्वोच्च पूज्य
Why Are There Only 24 Tirthankars in Jainism?
जैन धर्म में केवल 24 तीर्थंकर क्यों ?
Shri Adinath Bhagwan Aarti
श्री आदिनाथ भगवान आरती
Panch Parmeshthi Aarti
यह विधी मंगल आरती : आरती पंच परमेष्ठी
Chaubis Tirthankar Aarti
चौबीस तीर्थंकर की आरती
Shri Navkar Mahamantra Ki Aarti
णमोकार महामंत्र की आरती
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भव्य शोभायात्रा संग आचार्य श्री प्रमुख सागर जी का मंगल विहार
पुष्पगिरी प्रणेता आचार्य श्री 108 पुष्पदंत सागर जी मुनिराज के परम शिष्य, आचार्य श्री 108 प्रमुख सागर जी मुनिराज संसंघ...
Read MoreSuccessful Completion of Kshamavani Mahaparv in Delhi
दिल्ली में क्षमावाणी महापर्व का सफल समापन
दिल्ली के वसुंधरा एन्क्लेव में समस्त जैन समाज एवं मंदिर कार्यकारिणी के तत्वावधान में दशलक्षण महापर्व सानंद सम्पन्न हुआ। 14...
Read MoreSamuhik Kshama Vani Parv in Jaipur on 21st Sept by Akhil Jain Mahasabha
जयपुर: अखिल जैन महासभा द्वारा दिनांक 21 सितंबर 2025 को जयपुर टोंक रोड स्थित कृष्णा गार्डन (तेजाजी के मंदिर के...
Read MoreSupreme Court Orders Madhuri’s Return to Nandani Math
सर्वोच्च न्यायालय का आदेश: माधुरी की नंदनी मठ में वापसी
माधुरी की नंदनी मठ में वापसी के लिए सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार, हाथी संबंधित विषयों के लिए गठित उच्चाधिकार समिति...
Read MoreGrand Farewell for 1008 Pilgrims with Shobhayatra and Sammed Shikharji Ceremony
भव्य शोभायात्रा और सम्मेद शिखरजी समारोह के साथ 1008 यात्रियों की रजतमयी विदाई
फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज द्वारा 13 सितंबर से प्रारंभ हुई 7 दिवसीय सम्मेद शिखरजी यात्रा 20 सितंबर को जयकारों...
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