अतिशय अपरम्पार है, महिमा का ना पार है | आदिनाथ भगवान की आरती बारम्बार है || अतिशय अपरम्पार है.. पहली आरती गर्भोत्सव की, धनी-धन्य अवतारी की | सोलह सपने दिखाकर माँ को स्वर्ग छोड़ यहाँ आने की || अतिशय अपरम्पार है.. दूसरी आरती जन्मोत्सव की, अंतिम इस जन्मोत्सव की | पांडुशिला पर हुआ अभिषेक, छीरोदधि…